हिंसा को लेकर दर्ज अभी तक चार FIR से एक बात तो स्पष्ट है कि नूंह को जान बूझकर हिंसा का मैदान बनाया गया| अब पर्श्न ये उठता है की शासन-प्रशासन को इस साजिश की भनक क्यों नहीं लगी ? FIR में उन लोगों का भी जिक्र है जिन्होंने नलहर मंदिर पर हमला किया था| FIR बताती है कि यह हमले की प्लानिंग पहले से हो रही थी|
हरियाणा के नूंह में हिंसा के समय नलहर मंदिर तथा साइब्र क्राइम थाने पर हुए हमले के बाद दर्ज की गई FIR की एक्सक्लूसिव डिटेल सामने आई है| जो यह साफ इशारा कर रही है कि कैसे दोनों जगहों पर मुस्लिम समाज के उपद्रवियों ने पूरी प्लानिंग के साथ इस हमले को अंजाम दिया| घटना के संबंध में कुछ चार FIR में दर्ज यह जानकारी सामने आई है| जिसमें हमले में शामिल लोगों के साथ पूरी हमले की सोची समझी साजिश का भी जिक्र किया गया है|
FIR संख्या 253 में नूंह साइबर क्राइम थाने में हुई हिंसा की एक-एक डिटेल दर्ज है| ये FIR PSI सूरज की तरफ से दर्ज कराई गई है| FIR के अनुसार, हजारों की भीड़ ने इस थाने को घेर लिया था| साइबर क्राइम थाने पर पथराव शुरू कर दिया तथा हिंसक भीड़ ने पुलिसवालों को जिंदा जला दो के नारे लगा रही थी और हिंसा कर रही थी| दंगाइयों ने बस से थाने की दीवार को और मेन गेट को तोड़ दिया|
जब पुलिसवालों पर हमला हुआ तो जान बचाने के लिए तकरीबन सवा सौ राउंड फायरिंग की गई ताकि उपद्रवी हिंसाकारी अंदर न आएं, किन्तु FIR बताती है कि भीड़ इतनी अधिक थी, उपद्रवी लगातार हमला कर रहे थे तथा कह रहे थे कि जो पुलिसवाले हैं उनको जिंदा जला दो, एक दूसरों को भड़का रहे थे तथा सैकड़ों की तादाद में साइबर थाने को निशाना बनाया गया और हिंसा मचाया गया|
इसके अतिरिक्त थाने पर हमले की FIR में फायरिंग की घटना का भी जिक्र किया गया है| थाने को घेरने के बाद अवैध हथियारों से पुलिसवालों को मारने के लिए गोली चलाई गई| भीड़ को भगाने के लिए प्रशाशन ने आंसू गैस के गोले चलाए| उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी करना जारी रखा| जिसके बाद आत्मरक्षा तथा जान माल की सुरक्षा के लिए पुलिसवालों की तरफ से फायरिंग की गई|
मंदिर पर सोच जानबूझकर किया गया हमला

साइबर थाने के निकट नल्हड़ महादेव मंदिर पर भी उपद्रवियों ने सोच-समझकर साजिश के साथ धावा बोला| FIR नंबर 398 में भी यही है, जो ASI धर्मेंद्र ने दर्ज कराई है| FIR के हिसाब से मुस्लिम समुदाय के 800-900 लोग लाठी-डंडे, अवैध हथियार लेकर आए थे| उपद्रवियों की भीड़ लगातार धार्मिक नारेबाजी कर रही थी| हिंसक भीड़ महादेव के जलाभिषेक यात्रा में बिघ्ना डालने के लिए मंदिर की ओर बढ़ने लगी|
FIR में आगे उपद्रवियों की तरफ से पुलिसकर्मियों तथा शोत्रायात्रा में शामिल लोगों पर फायरिंग का भी जिक्र है| इसमें कहा गया है कि उपद्रवियों ने पुलिस तथा यात्रियों पर पत्थरों से हमला, तथा अवैध हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी|होमगार्ड के दो जवान को चोट भी लगी| सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सरकारी पिस्टल से 3 हवाई फायर किए गए| मुस्लिम समाज के उपद्रवियों ने खड़े वाहनों में पेट्रोल की बोतलों से गाड़ियों पर पेट्रोल छिड़क कर उनमे आग लगा दी| बिलकुल एक योजना के तथा स्पष्ट तरीके से अवैध हथियारों, और पत्थरों से हमला किया गया| इसका मतलब साफ है कि नूंह में हिंसा अचानक नहीं भड़की बल्कि पूरी तैयारी और सोची समझी साजिश के साथ इसे अंजाम दिया गया है|
नलहर मंदिर पर हमला
नलहर मंदिर पर हमला करने आए वो लोग कौन थे, उनके नाम क्या थे तथा वो आपस में क्या कह रहे थे? FIR नंबर 252 तथा FIR नंबर 399 में यह जानकारी भी सामने आई है| ये FIR हिंसा वाले दिन ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट मुकुल कथुरिया ने दर्ज कराई है| FIR के मुताबिक, इन व्यक्तियों में कुछ व्यक्ति आपस में एक-दूसरे को तालिम, अरसद, आदिल, अजरुद्दीन, सकील, जुनैद, कसीर, सलमुद्दीन, आजाद, इलियास, इकबाल, अकबर राहुल जैसे नामों से एक दूसरे को संबोधित कर रहे थे.
FIR में ऐसे करीब कुल 28 नाम दर्ज हैं| इन लोगों पर साजिश के जरिये मंदिर पर हमला करने का आरोप है| इन लोगों ने एक सोची समझी साजिश से बाहर से आए हुए भक्तजनों तथा मेरे साथ बाकी कर्मचारियों पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया|