Nuh Violence के हिंसा में गिरफ्तार किये गए चार लोगो से जब अलग अलग क्राइम ब्रांच की टीम ने पूछताछ की तो सभी ने अपना जुर्म कबूला कि नासिर और जुनैद उनके समूह के सदस्य थे। दोनों को जला कर मार दिया गया किन्तु नूंह पुलिस ने उन अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया था। इन चारो ने बताया की प्रशाशन द्वारा गोरक्षकों का पक्ष लिया जाता था। इस बात से उन्हें और उनके ग्रुप के पचास युवकों को काफी नाराजगी थी।
पुलिस की जांच पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नूंह में हुई हिंसा में राजस्थान से कनेक्शन काफी पुख्ता होते जा रहा है। पुलिस रिमांड पर चार आरोपियों ने ये कबूला कि राजस्थान भरतपुर जिला के घाटमिका के रहने वाले नासिर और जुनैद की हत्या के पश्चात चारों ने गोरक्षकों से प्रतिशोध लेने की ठान रखी थी।जैसे ही उन्हें यह जानकारी मिली की धार्मिक यात्रा में मोनू मानेसर और कई गो रक्षा दल के सदस्य आने वाले है उसी के पश्चात पहले से जोड़े गए पचास लोगों के साथ मिलकर हमला करने की तैयारी की तथा हमला किया।
दोनों पर चल रहे है पहले से मुक़दमे
नूह हिंसा में उत्तर प्रदेश के मथुरा जिला के कोसी के रहने वाले युवकों के भी नाम जांच में सामने आए हैं। नूंह पुलिस ने मथुरा पुलिस से जांच पड़ताल में सहयोग मांगा है। भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव सावलेर के रहने वाले सलीम, अशफाक, साबिर और गांव घीसेड़ा के रहने वाले अल्ताफ को चार दिन पहले पुलिस ने हिंसा फैलाने के मामले में हिरासत में लेकर रिमांड पर लिया था। सलीम साइबर ठगी के मामले में और अल्ताफ गोतस्करी में पहले से कई केस चल रहे थे।
हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस से किया संपर्क
खेड़ला में रहने वाले युवक पहले से ही उनके संपर्क में थे। हिंसा के दस दिन पहले से अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे तथा सदस्यों से दोनों की हत्या का बदला लेने के लिए कहा गया था। गो रक्षकों तथा विभिन्न मेव समूहों के बीच इंटरनेट मीडिया पर एक दूसरे को देख लेने की धमकी भी लगातार दी जा रही थी और दंगे भड़काने के लिए उकसाया जा रहा था। नूंह पुलिस के प्रवक्ता का ये कहना है कि हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने में उनका सहयोग मांगा है।
वीडियो द्वारा पहचान और जांच जारी
हरियाणा पुलिस राजस्थान में छिपे हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए राजस्थान के बड़े अधिकारियों के संपर्क में हैं। हरियाँ पुलिस ने कहा कि राजस्थान पुलिस हमारी सहायता कर रहे हैं तथा हमने अब तक कई आरोपियों को पकड़ा है।राजस्थान पुलिस की साइबर सेल भी आगजनी से पहले अपने अधिकार क्षेत्र में साझा किए गए वीडियो की पहचान तथा उसकी जांच पड़ताल कर रही है। नूंह पुलिस ने यूपी पुलिस के अफसरों से भी मुलाकात किया है क्योंकि कई संदिग्ध अपराधी मथुरा के पास कोसी गांव में छिपे हुए हैं।