सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम 30 दिन की पैरोल काटकर कल सुनारिया जेल लौटेंगे। जेल प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को अपडेट करना आरम्भ कर दिया है।
यूपी के बरनावा आश्रम में गए थे राम रहीम
राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में साल 2017 में कोर्ट द्वारा सजा सुनाई गई थी। उसके बाद में उसे छत्रपति हत्याकांड तथा रणजीत हत्याकांड में भी सजा सुनाई जा चुकी है। 20 जुलाई को उसे एक महीने की पैरोल मिली थी, जिसे काटने के लिए उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्थित बरनावा आश्रम भेजा गया था। इससे पहले भी कई बार राम रहीम को पैरोल, फ्लो व् स्वास्थ्य कारणों से जेल से बाहर आ चुके है।
इतनी बार मिली है राम रहीम को पैरोल
24 अक्टूबर 2020 को पहली बार सरकार ने बीमार मां से मिलने के लिए राम रहीम को 1 दिन की पैरोल दी।
21 मई 2021 को दूसरी बार अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 1 दिन की पैरोल दिया गया था।
7 फरवरी 2022 को हरियाणा सरकार ने राम रहीम को कुल 21 दिनों की पैरोल दी थी।
जून 2022 में राम रहीम को फिर से एक महीने की पैरोल दी गयी थी।
अक्टूबर 2022 में राम रहीम को एक बार फिर से कुल 40 दिनों की पैरोल पर रिहा किया गया था।
21 जनवरी 2023 को डेरा प्रमुख शाह सतनाम की जयंती में शामिल होने के लिए कुल 40 दिन की पैरोल दी गई थी।
20 जुलाई 2023 को राम रहीम को कुल 30 दिन की पैरोल मिली थी।
आपको बता दें कि साल 2017 में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को आश्रम में साध्वियों से रेप के मामले में पंचकूला की CBI कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई थी। तब से वह हरियाणा की सुनारिया जेल में अपनी सजा काट रहे है। CBI की पंचकूला अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के आरोप में भी डेरा प्रमुख को दोषी ठहराया था। इस मामले में भी उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके अतिरिक्त डेरा प्रमुख राम रहीम पर एक समारोह के कथित तौर पर गुरु गोबिंद सिंह की नकल करने के भी गंभीर आरोप भी लग चुके है। सिखो के समुदाय ने उनपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था। यहीं नहीं डेरा प्रमुख पर साधुओं को नपंसुक बनाने बनाने के भी गंभीर आरोप लगे थे।