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भारत ने रक्षा क्षेत्र में तोड़ा रिकार्ड, पहली बार डिफेंस बजट हुआ एक लाख करोड़ के पार

Indian Defence Budget set a new record in Indian History

भारत ने रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भरता में लम्बी छलांग लगाते हुए नया रिकार्ड हासिल कर लिया है। रक्षा मंत्रालय ने बयां जारी बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 में रक्षा उत्पादन अभी तक में पहली बार 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा है। पिछले साल के आंकड़ों की बात करें तो यह उनकी तुलना में तकरीबन 12 % तक बढ़ा है। भारत ने रक्षा क्षेत्र में घरेलू उत्पाद को बढ़ाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती से अपने कदम बढ़ा रहा है।

भारत में निर्मित कई हथियारों की विदेशों से खूब ज्यादा डिमांड आ रही है। भारत की ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल सिस्टम्स, डोर्नियर-228, रडार, 155 एमएम एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन्स (ATAG), माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल्स, सिमुलेटर, पिनाका रॉकेट, आर्मर्ड व्हीकल्स, और लॉन्चर, एम्युनिशन, बॉडी आर्मर, सिस्टम, थर्मल इमेजर, लाइन रिप्लेसिएबिल यूनिट्स तथा एवियॉनिक्स की दुनिया के काफी देशों से बहुत ज्यादा डिमांड है। भारतीय लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर, एलसीए तेजस और एयरक्राफ्ट कैरियर की डिमांड भी कई देशों से आ रही है।

हाल ही में रक्षा विभाग ने कुल 928 उत्पादों की एक सूची जारी की है, जिन्हें भारत में ही आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत बनाया जाएगा। साथ ही साथ आने वाले सालों में विदेशो से इनके आयात पर बैन लगाया जाएगा। आयात को कम करने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुल 928 लाइन रिप्लेसमेंट यूनिट्स (LRU), स्पेयर, सब-सिस्टम्स और कंपोनेंट्स, हाई एंड मटीरियल्स तथा स्पेयर्स की चौथी लिस्ट भी जारी की।वित्तीय वर्ष 2022-23 में रक्षा उत्पादन तकरीबन 1.07 लाख करोड़ रुपये के मूल्य तक पहुंच गया है।

भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि देश के रक्षा उत्पादन का मूल्य एक लाख करोड़ रुपये मतलब एक ट्रिलियन रुपये के आंकड़े को पार कर लिया है। ये कुल 12 अरब डॉलर के बराबर की राशि है। फिलहाल अभी इस आंकड़े में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी जानकारी में ये कहा गया है कि निजी रक्षा उद्योगों से आंकड़े मिलने के पश्चात रक्षा उत्पादन का मूल्य इससे भी और अधिक हो सकता है।

रक्षा मंत्रालय के हिसाब से वित्त वर्ष 2023 में रक्षा उत्पादन की वैल्यू इस समय कुल 1,06,800 करोड़ रुपए है। जब प्राइवेट डिफेंस इंडस्ट्रीज का डेटा आ जाएगा, तब यह आंकड़ा और भी अधिक हो जाएगा। वित्त वर्ष 2023 में रक्षा उत्पादन की वर्तमान वैल्यू वित्त वर्ष 2022 की तुलना में 12 फीसदी ज्यादा है। उस वक़्त यह आंकड़ा कुल 95,000 करोड़ रुपए का था। वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय रक्षा उत्पादन कुल 84,643 करोड़ रुपये का था। वहीं, वित्त वर्ष 2021-22 में यह कुल 94,846 करोड़ रुपए था।

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