US News in Hindi: अमेरिका के टेनेसी शहर मे पिछले काफी दिनों से नल मे से दूषित पानी आ रहा है। उस पानी का इस्तेमाल ना तो पीने मे किया जा सकता है और ना ही नहाने मे। पिछले एक सप्ताह से अमेरिका के इस शहर के लोग पीने के जल की किल्लत का सामना कर रहे है। टेनेसी के जलाशय मे डीजल के मिल जाने से ये समस्या पैदा हुई है।
शौचालयों को फ्लश के अलावा पानी के उपयोग पर पाबंदी
जर्मनटाउन के मेम्फिस उपनगर में रहने वाले करीब 40,000 लोग डीजल युक्त पानी की वजह से परेशान है। यहा पर रहने वाले सभी लोगों को आदेश दिया गया की टॉइलेट फ्लश के अलावा किसी भी काम के लिए इस जल का इस्तेमाल नहीं करना है। इस जल को ना ही तो उबाल के पिया जा सकता है और ना ही नहाने या किसी और काम के उपयोग मे लिया जा सकता है। एक सप्ताह होने को आया है वहा के लोगों के हालात वेसे के वेसे ही है कोई सुधार नहीं है।
पेकिंग वाले पानी को इस्तेमाल करने की सलाह
टेनेसी के अधिकारियों के द्वारा एक आधिकारिक नोटिस लोगों तक भिजवाया गया जिसमे बोल गया की व्यक्तिगत उपयोग के लिए बोतलबंद पानी का इस्तेमाल करे। शहर मे बीते शुक्रवार से लोगों को बोतलबंद पानी वित्रीतकिया जा रहा है। अभी तक ये पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हुआ की कब तक जलाशय के पानी को डीजल मुक्त किया जाएगा। टेनेसी के पर्यावरण एवं संरक्षण विभाग के प्रवक्ता एरिक वार्ड ने एक ईमेल मे बुधवार को बताया की विभाग द्वारा दिए गए परामर्श को वापिस लेने से पहले पहले पानी को डीजल मुक्त किया जाए।
अधिकारियों के द्वारा बताया गया की हाल ही मे आए तूफान की वजह से बिजली आपूर्ति बाँधित हो गई थी तो उसके लिए एक जनरेटर का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसमे डीजल के रिसाव की वजह से डीजल जलाशय के पानी मे मिक्स हो गया।
इसी के साथ आपको बात दे की शहर के लोगों को पहली बार 20 जुलाई को बताया गया की जलाशय के पानी मे डीजल मिल जाने की वजह से जल आपूर्ति बाधित हो गई है। इसी के साथ जब लोगों को नल के पानी मे ईंधन की गंध आई तो लोगों ने शिकायत करी।
किसी के बीमार होने की अभी तक कोई खबर नहीं मिली है
जर्मनटाउन के एक कस्बे मे पानी के इस्तेमाल के लिए अनुमति दे दी गई ही। जिसमे वहा पर अधिकारियों ने बताया की अब तक किसी के बीमार होने की खबर नहीं आई है। मंगलवार को अधिकारियों ने बताया की एक मशीनी संयंत्र से परीक्षण किया गया जिसमे पता चला है की वहा का पानी संदूषण से मुक्त है, लेकिन अभी तक शहरी छेत्र मे अब तक प्रशिक्षण जारी है। इसी के साथ इस घोषणा को अधिकारियों ने एक बढ़िया खबर माना है।