हरियाणा सरकार ने हर शहीदों के नाम पर उनके ग्राम पंचायत में शिलाफलक बनाने का फैसला किया है| इस शिलाफलक पर सबसे पहले उनके गांव की पंचायत का नाम, उसके बाद तिथि, वीर शहीदों को नमन करने वाला वाक्या व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक संदेश कि जीवन का हर पल, हर दिन, हर क्षण देश के लिए जीना ही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी, को अंकित किया जायेगा। इसके बाद शिलाफलक पर शहीदों के नामो को अंकित किया जाएगा।
गौरव पट्ट के पश्चात अब हरियाणा के हर गांव में शहीदों को नमन करने के लिए शिलाफलक अर्थात पत्थर की पटिया स्थापित किए जाएंगे। जिस गांव से कोई शहीद नहीं है, उन गांव में शहीदों को नमन करते हुए शिलाफलक स्थापित किये जायेंगे। हरियाणा के जिस गांव से शहीद हुए हैं, उनके नाम वाला शिलाफलक उस गाँव में स्थापित किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने सभी जिलों में अगस्त महीने में ये शिलाफलक स्थापित करने के लिए जिलाधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के जरिये स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर हर घर में तिरंगा फहराने का एक अभियान चलाया था। इसी प्रकार का एक अभियान इस बार मेरी माटी मेरा देश व मिट्टी को नमन वीरों को वंदन इस अभियान को चलाया जाएगा। इस अभियान के जरिये ये शिलाफलक स्थापित किए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। ग्राम पंचायत द्वारा इसके लिए शिलाफलक के लिए किसी तालाब के निकट जगह दी जाएगी। शिलाफलक पांच गुणा तीन फुट का स्थापित होगा।
जिस गांव में शहीद नहीं, वहां प्रधानमंत्री का संदेश होगा अंकित
इन शिलाफलक पर सबसे पहले गांव की पंचायत का नाम, उसके बाद तिथि, उसके बाद शहीदों को नमन करने वाला वाक्या और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश कि जीवन का हर पल, हर दिन, हर क्षण देश के लिए जीना ही शहीदों के प्रति सच्ची और भावभीनी श्रद्धांजलि होगी, ये सभी अंकित होगा। इसके पश्चात शहीदों के नाम शिलाफलक पर अंकित होंगे। जिस गांव से कोई शहीद नहीं हुआ है, उस गांव में शहीदों के नाम की जगह शहीदों को नमन करने वाली पंक्तिया अंकित की जाएँगी। इस शिलाफलक पर गांव से आजादी के लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानी, सेना के शहीदों, केंद्रीय पुलिस फोर्स के शहीदों, पुलिस के शहीदों सहित ड्यूटी के दौरान जान कुर्बान करने वालों के नाम अंकित किये जायेंगे।
वीर शहीदों को नमन करते हुए वाक्य होंगे शिलाफलक पर अंकित
यदि किसी गांव में शहीदों के नाम ज्यादा हैं तो शिलाफलक की संख्या बढ़ाई जायेगी। इस पट्टिका का डिजाइन तैयार कर सरकार ने सभी जिलों में भेज दिया है। इस डिजाइन के हिसाब से ही इन शिलाफलक या पट्टिकाओं का निर्माण किया जायेगा। इसका निर्माण मनरेगा के मजदूरों द्वारा किया जाएगा। इस प्रकार से सभी गांवों में शहीदों के सम्मान के लिए एक अलग से स्मारक स्थापित किये जायेंगे। इनके निर्माण के बाद आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शहीदों के परिजनों को बुलाकर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। यह सारा प्रबंध जिला प्रशासन द्वारा पंचायतों व नगर निकायों के माध्यम द्वारा किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा अगस्त माह में चलाए जाने वाले मिट्टी को नमन वीरों को वंदन अभियान के जरिये इन शिलाफलकों का निर्माण किया जाना है।