हरियाणा सरकार ने घग्घर नदी के दोनों किनारों पर सड़क निर्माण करने का फैसला लिया है, जो की हरियाणा में बाढ़ की स्तिथि और जल स्तर को देखते हुए काफी सराहनीय कदम है। हरियाणा के सिरसा जिला के गांव ओटू से लेकर राजस्थान के साइफन तक घग्घर नदी के दोनों किनारों के ऊपर मोटाई बढ़ाकर एक सड़क बनाई जाएगी। जिससे भविष्य में बाढ़ का स्थाई रूप से समाधान हो जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो का निरिक्षण
हरियाणा सरकार ने घग्घर नदी के दोनों किनारों पर सड़क बनाने का निर्णय किया है, जो कि काफी सराहनीय कदम है। हरियाणा के सिरसा जिला के गांव ओटू से लेकर राजस्थान साइफन तक घग्घर नदी के दोनों किनारों की मोटाई बढ़ाकर एक सड़क का निर्माण किया जायेगा। जिससे भविष्य में बाढ़ का स्थाई रूप से समाधान हो जाएगा। ये सभी जानकारी जननायक जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक वर्मा ने दी है। उन्होंने कहा कि इसी 24 जुलाई को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने घग्घर नदी के तटबंधों का निरक्षण किया था इस दौरान वह बाढ़ से प्रभावित किसानों ने तटबंधों पर एक सड़क निर्माण की मांग को उनके सामने उठाया था।
घग्घर नदी के किनारो पर होगा सड़क का निर्माण
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री ने किसानों की मांग का समर्थन करते हुए चंड़ीगढ़ में विभागीय अधिकारियों के साथ एक बैठक कर इसकी समीक्षा की। अशोक वर्मा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दूरभाष के माध्यम से बताया कि घग्घर नदी की खुदाई की जाएगी तथा इस मिट्टी को तटबंधों की मजबूती के लिए प्रयोग किया जाएगा और उन्हें थोड़ा ऊँचा उठाया जाएगा। उधर, बाढ़ से प्रभावित गांवों में कोई महामारी न फैले, इसके लिए हर कोई किसी न किसी प्रकार से इस महायज्ञ में अपने सहयोग की थोड़ी आहूति डाल रहा है। इसी कड़ी में IMA सिरसा की जिला इकाई ने सहयोग रूपी आहुति डालते हुए मल्लेवाला गांव के डेरा बाबा भूमण शाह में चिकित्सा जांच का शिविर लगाया है।
इस चिकित्सा शिविर में करीब 165 लोगों की जांच की गई तथा उन्हें उचित चिकित्सा परामर्श दिया गया। सामान्य मरीजों को दवाइयां भी मुफ्त में दी गई। शिविर में जनरल मरीजों की डा. वेद बैनीवाल और डा. एसपी शर्मा, छाती रोगों के मरीजों की जांच डा. दिनेश गिजवानी, तथा हड्डियों से संबंधित मरीजों की जांच डा. अंकुश मेहता, तथा मानसिक रूप से कमजोर लोगों की मनोरोग विशेषज्ञ डा. आशीष अरोड़ा, और बच्चों के स्पैशलिस्ट डा. आशीष खुराना ने बच्चों तथा डा. सुरेश सचदेवा ने दांत के रोगियों की जांच की।