कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गया है| कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री (डीके शिवकुमार)सहित आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.जिन-जिन मंत्रियों ने शपथ ली है उन्हें लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक,लगभग सभी कैबिनेट मंत्रीयो की सम्पति करोड़ो में है|
गैर-लाभकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)और कर्नाटक इलेक्शन वॉच (KEW)की एक प्रतिवेदन के अनुसार, कर्नाटक के सभी नवनिर्वाचित मंत्रियों ने अपने खिलाफ चल रहे सभी आरोपों की जानकारी दी है.इस रिपोर्ट को तयार ईसीआई के द्वारा किया गया.इस रिपोर्ट को बनाते समय ईसीआई की official वेबसाइट पर यह स्पष्ट और पूर्ण हलफनामों की अनुपलब्धता के कारण सर्वगणनगर क्षेत्र से निर्वाचित कांग्रेस विधायक और मंत्री केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज का विश्लेषण नहीं किया गया|
चार मंत्रियों पर गंभीर मामले दर्ज
मंत्रिमंडल के कुल 9 सदस्यों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और चार मंत्रियों के ऊपर गंभीर आरोप के मामले दर्ज हैं,यानी कैबिनेट के 44% मंत्रियो पर आपराधिक मामले दर्ज है.मंत्रिमंडल के कुल 9 मंत्रियो के शपथ पत्र एनालाइज किये गए तो वो सभी 9 मंत्री यानि 100% करोडपति है. उस सभी 9 मंत्रियो की ओसतन सम्पति 229 करोड़ के पार है|
शनिवार को शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री सहित सभी 9 मंत्रियो का रिपोर्ट में विष्लेषण किया गया.उनमे से 4 मंत्री गंभीर आरोपों से जूझ रहे है.ये सभी चारो मंत्री करोडपति है,जिनकी ओसतन सम्पति 229.27 करोड़ रुपए के आस पास है.कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे के बेटे प्रियांक ने 16.83 करोड़ रुपए के साथ सबसे कम सम्पति दिखाई है और वह बाकि सभी मंत्रियो से धनी विधायक है|
शिवकुमार सबसे धनी विधायक
शिवकुमार ने सबसे जयादा देनदारी दिखाई है जो की 225.06 करोड़ है.सभी 9 मंत्रियो ने अलग अलग अपने ऊपर देनदारी घोषित की है.पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ जी परमेश्वर ने सबसे कम 9 करोड़ रूपये की देनदारी घोषित की है.सबसे शिक्षित मंत्री में कृषि अनुसंधान में डॉक्टरेट और CM पद के दावेदार रहे परमेश्वर सूचि में सबसे शिक्षित मंत्री भी है.शिवकुमार ने अपने हलफनामे में यह घोषित किया है की उन्होंने राजीनीतिक विज्ञान से सनात्कोतर की पढाई की है.तो वही नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसूर ने शारदा विलास लॉ कॉलेज से लॉ की पढाई की है|
वही 6 मंत्रियो के पास स्नातक स्तर और उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता है.वही 3 मंत्री 8वी वह 12वी पास है|
ये कुल 8 विधायक बने मंत्री
डॉ.जी परमेश्वर-कर्नाटक ले नए मुख्यंमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बाद डॉ.जी परमेश्वर ने मंत्री पद की शपथ ली.इससे पहले वो वह कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में राज्य के पहले दलित उपमुख्यमंत्री थे.परमेश्वर कुल 6 बार विधायक बन चुके है.परमेश्वर 1989,1999 वह 2004 में मधुगिरी से और 2008,2018 वह 2023 में कोराटागेरे से विधानसभा का चुनाव जीत चुके है.वह 8 साल तक KPCC के प्रमुख भी रह चुके है|
एमबी पाटिल-एमबी पाटिल कुल पांच बार विधायक रह चुके है.2013 में सिंचाई मंत्री रहे.एमबी पाटिल और सिद्धारमैया दोनों घनिष्ट मित्र है.ये चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख भी रहे|
सतीश जारकीहोली- सतीश जारकीहोली KPCC के कार्यकारी अध्यक्ष है.ये वन पर्यावरण मंत्री भी रहे है.सतीश जारकीहोली नायक समाज (समुदाय) से आते है.ये तिन बार मंत्री रह चुके है.कई स्कूल और चीनी मिल के मालिक है .सन 2008 में इन्होने कांग्रेस जॉइन की थी|
प्रियांक खड़गे-कर्नाटक सरकार से कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे बेटे और चित्तापुर से तीसरी बार चुने गए विधायक प्रियांक सबसे पहले 2016 में सिद्धारमैया सरकार में मंत्री थे.1198 में उन्होंने कॉलेज लाइफ में छात्र राजनीती शुरु की थी.वह 38 की उम्र में मंत्री बने.उन्होंने विधानसभा चुनाव में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी से ज्यादा 42 रैलिया की थी|
केजे जॉर्ज-केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज की उम्र लगभग 73 साल है.केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज ने बेंगलुरु की सर्वज्ञनगर सीट 55768 वोटो से जीत हासिल की थी. सर्वज्ञनगर सीट पर 2013 से इन्ही का ही कब्ज़ा है.इससे पहले वह दो बार भारतीनगर सीट से विधाक चुने गए थे.केलचंद्र जोसेफ जॉर्ज कुल पांच बार विधायक रह चुके है|
के एच मुनियप्पा-के एच मुनियप्पा देवनहल्ली सीट से चुनाव जीता है.वह केंद्रीय सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भी रहे हैं. के एच मुनियप्पा तीन दशक तक लोकसभा के सदस्य रह चुके है|
जमीर अहमद खान -जमीर अहमद खान पहली बार 2005 के चामराजपेट उपचुनाव में विधायक चुने गए थे.जमीर अहमद खान चामराजपेट निर्वाचन क्षेत्र के 4 बार के विधायक हैं.वही जमीर अहमद खान नेशनल ट्रैवल्स के मैनेजिंग पार्टनर हैं.सिद्धारमैया के साथ इनके बेहद करीबी तालमेल है|
रामलिंगा रेड्डी- इंदिरा गांधी और डी.देवराज के गरीबी उन्मूलन से सम्बंधित कार्यक्रम किये गए थे.उन्ही से प्रेरित होकर वह कांग्रेस में शामिल हुए थे.ये 2 सितम्बर 2017 से 17 मई 2018 तक ग्रह राज्य मंत्री और 18 मई 2013 से 2 सितम्बर 2013 तक कर्नाटक के परिवहन मंत्री भी रहे है|