दिल्ली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद हरियाणा शुगरफेड के विधायक रामकरण काला ने अपने चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मंगलवार किसानों पर लाठीचार्ज होने के बाद एक दिन के अंदर किसानों की मांग पूरी न होने पर इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी,जो आज उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा सरकार को दे कर साबित कर दी है.
हरियाणा के विधायक और शुगरफेड के चेयरमैन रामकरण काला ने अपने चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने दिल्ली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज के दोरान यह घोषणा की थी, की एक दिन के अंदर अगर किसानों की मांग पूरी नही होती है तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. इसी मांग को लेकर उन्होंने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से बीते बुधवार को मुलाकात भी की थी, जिस दौरान उन्होंने किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की निंदा की थी.
रामकरण काला बताया की वह इससे पहले भी इस बार मुख्यमंत्री मिल चुके हैं. वह रामकरण काला ने बताया की उन्होंने मुख्यमंत्री से कई बार इसकी मांग की है. लेकिन, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनकी और किसानों की यह मांग मानने से साफ़ मना कर दिया. इसी के साथ उन्होने बताया की उनके द्वारा सरकार को चेतावनी भी दी थी की अगर बीते बुधवार तक हरियाणा प्रदेश में सूरजमुखी की खरीद MSP पर शुरू नहीं हुई, तो वह बीजेपी सरकार द्वारा दिए गए पद हरियाणा शुगरफैड के इस चैयरमेन केन पद से इस्तीफा देंगे. अब उन्होंने अपना इस्तीफा दे कर यह साबित कर दिया की वो इस प्रदेश की जनता और किसानो के साथ खड़े है.